माधुरी मंजरी ~
28/09/2019
नटवर
मधुर मिलन की चाह में ,
गुजरी उम्र तमाम ।
इत नटवर उत राधिका ,
तडपत आठों याम ।। 1।।
प्रेम त्याग का नाम है ,
सर्व समर्पण मौन ।
नटवर श्याम वियोगिनी ,
जग में हैं अब कौन ।।2।।
मनमंदिर मूरत बसी ,
नटवर नंद किशोर ।
मुदित माधुरी मंजरी ,
नित्य नमन कर जोर ।। 3।।
माधुरी डड़सेना भखारा