Share Get real time updates directly on you device, subscribe now.Subscribeजीवन भर साथ रहे चलेमिल न पाए।नदी के तटसंग संग चलतेकभी न मिले।जीवन धुनलगे बड़ी निरालीतुम लो सुन।जीवन गीतअपनी धुन में हैमानव गाता।सुख दुःख केपल जीवन भरसंग चलते।धुन मुझकोएक तुम सुनानाखुद को भूलूँ।वृन्दा पंचभाई 0 58 Share