Posted inहिंदी कविता हिंदी दोहा दान पर दोहे / डॉ एनके सेठी दान पर दोहे देवें दान सुपात्र को,यही न्याय अरु धर्म।तज दें मन से मोह को,सत्य यही है कर्म।।1।। न्याय दानऔर धर्म का,अब हो रहाअभाव।आज जगत से मिट रहा,आपस का सद्भाव।।2।।… Posted by कविता बहार May 26, 2024