मनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’ कविता बहार Jul 3, 2020 0 घनाक्षरी छंद विधान: मनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ'मनहरण घनाक्षरी विधान:--८, ८, ८, ७ (आठ,आठ,…
प्रकृति का इंसाफ- मोहम्मद अलीम कविता बहार Jul 3, 2020 0 प्रकृति का इंसाफ1.उदयाचल से अस्ताचल तक,कैसी ये वीरानी है |उत्तर से दक्षिण तक देखो ,मानव माथ पर परेशानी है ||…