आओ मिलकर योग करें
स्वस्थ रहे तन और मन
आओ मिलकर योग करें,
स्वास्थ्य हमारा अच्छा हो
कुछ महायोग करें ।
पुस्तकें भी हमें
सिखलाते हैं यही,
संतुलित भोजन लेकर
इसका भोग करें ।
पानी की बचत करें
और इसे दूषित न करें,
प्रकृति प्रदत्त चीजों का
हम उपयोग करें ।
सूर्योदय से पहले उठकर
सूर्य नमस्कार करें,
जीवन जीने की यहीं से
नई शुरुआत करें ।
सांसों की क्रिया द्वारा
आओ प्राणायाम करें,
मन मस्तिष्क का कुछ तो
चलो व्यायाम करें ।
तन और मन की शक्ति
चलो बढ़ा लें हम,
अनुलोम-विलोम, कपालभाति से
पुलकित हर रोम करें ।
विचार यदि शुद्ध होंगे
काम करेंगे अच्छे से,
सपना पूरा होगा सबका
ऐसा योग मनोयोग करें ।
अनिता मंदिलवार सपना
अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़
कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद
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