अधखिली कली सी तुम अनारकली
तुम्हें देख कर मन में हो खलबली
तुम्हें अपना बना लेने की मैंने सोच रखा।
जानूं ना तेरी अदाओं को क्या है असली नकली ।
तू ही तू हर लम्हा मेरे ख्यालों में आया ।
तुम ही तुम रहे दिल में बनके मनचली ।।
प्यार में पागल हो ना जाऊं डरता हूं इसी वजह।
मेरे प्यार की भाषा, जाने अब गली गली ।।