चोका कैसे लिखें
- शिल्प की दृष्टि से चोका की पंक्तियों में क्रमशः 5 और 7 वर्णों की आवृत्ति होती है तथा अंतिम पाँच पंक्तियों में 5,7,5,7,7 वर्णक्रम अर्थात एक ताँका के क्रम से कविता पूर्ण होती है ।
- कविता की लंबाई की सीमा रचनाकार की भाव पूर्णता पर निर्भर रहती है । या यूँ कहें कि 05,07 वर्णक्रम की अनवरत भावात्मक पंक्तियों में 07,07 वर्णक्रम की शेष दो पंक्ति से चोका के भाव की पूर्णता होती है ।
- चोका में कुल पंक्तियाँ हमेशा 09 या उससे अधिक परंतु विषम ही रहेंगी ।
- जापान में चोका का वाचन नहीं वल्कि उच्च स्वरों में गायन की परंपरा रही है ।
- चोका के उदाहरण स्वरूप मेरी एक रचना देखें ——-
कैसे उड़ेगी
पंख हीन चिड़िया
ओ री बिटिया !
ओ भाव की पिटारी
प्यारी बिटिया !
कब तक सहेगी
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प्रदीप कुमार दाश “दीपक”