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गुरु बिन जीवन व्यर्थ है- मदन सिंह शेखावत ढोढसर

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गुरु बिन जीवन व्यर्थ

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गुरु बिन जीवन व्यर्थ है ,गुरु है देव समान।
नित्य करे गुरु वन्दना,गुरु का कर नित मान।
गुरु का कर नित मान,ज्ञान की राह दिखाये।
देकर मंत्र कमाल , जगत से पार लगाये।
कहै मदन कर जोर,कर ले ढूंढना अब शुरु।
सच्चा गुरु पहचान,व्यर्थ है जीवन बिन गुरु।।

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