रक्षाबंधन पर कविता

आया जी आया रक्षा बंधन का त्यौहार ,
भाई – बहनों का का प्यार का त्यौहार ,
जीवन के जन्मों-जन्मों का साथ देती ,
बहना भाई के जीवन को रक्षा करती ,

संसार के हर दुखों से भाई की भलाई करती ,
जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन की रक्षा करती हैं ,
हर संकट मे हौसला बढ़ाती भाई को ,
प्यार दुलार भाई पर लुटाती हमेशा ,

जीने की हजारों-हजार साल तक कामना करती ,
भाई की हर दुखों को हर लेती ,
उनकीं सुखी रहने की कामना करती ,
अपना अमृत सागर सुख चैन लुटाती ,

बहना भाई की एक शान होती है ,
जीवन मे हर परिस्थियों से भाई को बचाती है ,
ममता की चादर ओढाती है ,
ममता की मूरत से सजाती है !

  • रुपेश कुमार

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