Join Our Community

Send Your Poems

Whatsapp Business 9340373299

जलहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

0 1,141

घनाक्षरी छंद विधान: जलहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

जलहरण घनाक्षरी का विधान


विधान :– ३२ वर्ण प्रति चरण
( ८८८८) १६,१६ पर यति
चार चरण समतुकांत
चरणांत लघु गुरु, या लघु लघु

जलहरण घनाक्षरी का उदाहरण – नीर बहे

CLICK & SUPPORT

मेघ घटा जल वर्षा
खेत खेत है सरसा
बाग पेड़ सर हर्षा
रोक जन नीर बहे।

नीर भावि जन शक्ति
उठो धीर मति व्यक्ति
वारि से हो अनुरक्ति
व्यर्थ यह नीर बहे।

जल कुंड बना घर
रख मेड़ बनाकर
कूप बापी बेरे भर
चेत नर नीर बहे।

उठ सब घर वाले
लख छत परनाले
जलहित नल डालें
सोच मत नीर बहे।
. ++++++
©~~~~~~~~बाबूलालशर्मा *विज्ञ*

Leave A Reply

Your email address will not be published.