Join Our Community

Send Your Poems

Whatsapp Business 9340373299

जनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

0 1,253

घनाक्षरी छंद विधान: जनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

जनहरण घनाक्षरी का विधान:–

  • ३१, वर्ण प्रति चरण
    ( ८८८७) १६,१५ पर यति
    चार चरण समतुकांत हो।
    प्रति चरण ३० वर्ण लघु और
    अंतिम वर्ण गुरु हो।

जनहरण घनाक्षरी का उदाहरण

प्रभु नटखट

CLICK & SUPPORT

चल पथ पनघट
निरखत जल घट
गिरधर नटखट
पटकत घट है।

भय भगदड़ तब
घर पथ लगि जब
छिपत रहत अब
गिरधर नट है

वन पथ छिप कर
दधि घट क्षत कर
झट पट चट कर
भग सरपट है।

सर तट तरु चढि
लखत लपक बढ़ि
वसन रखत दृढ़
प्रभु नटखट है।

. ++++++
©~~~~~~~~बाबूलालशर्मा *विज्ञ*

Leave A Reply

Your email address will not be published.