देख रहा हूँ कल – मनीभाई नवरत्न

12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस 12 January National Youth Day
12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस 12 January National Youth Day

देख रहा हूँ कल

सोते हुए जो “कल” को मैंने देखा था।
वह महज सपना था ।
आज इस पल फिर से
देख रहा हूं “कल” मैं जागते हुए ।
हां !यही अपना रहेगा।
इस पल साथ हैं मेरे तीन दोस्त
“जोश जुनून और जवानी “।
और इन्ही के संग मुझे गढ़नी है
नित नूतन कहानी ।
कल कुछ बोलता नासमझ से
निशानी थी बालपन की।
आज मेरी वाणी में धार है
ला सकती है तूफान क्रांति की ।
फिर भी गंभीर हूं मैं अब हर बात पे।
चाहे खेलता कोई अपनी जज्बात से ।
मुझे मालूम है कि
जिस दिन भी टूटेगी धैर्य का धागा ।
पूरा का पूरा आमूलचूल परिवर्तन
होकर ही रहेगा इस दुनिया में ।
क्योंकि आज इस पल फिर से
देख रहा हूं “कल” मैं जागते हुए।

MANIBHAI NAVRATNA
मनीभाई नवरत्न

. मनीभाई नवरत्न

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