कविता के बहाने
आ गया हूं मैं तेरे पास,
अपना गीत गुनगुनाने।
प्रेमी हूं मैं ,
प्रेम की कविता सुनाने।
कहना है आई लव यू,
कविता के बहाने।
तेरे बिन सूनी है,
मेरी ये जवानी।
कैसे बढ़ेगी आगे,
तेरी मेरी कहानी।
अब तो चल साथ मेरे,
आया हूं मैं बुलाने।
कहना है आई लव यू,
कविता के बहाने।
ह्रदय की धड़कन बढ़ रही है,
तेरी सूरत मेरी आंखों में चढ़ रही है।
मैंने खत तेरे लिए जो भेजा,
आज वही आज तू पढ़ रही है।
आया हूं मैं तेरे प्रति,
अपना प्रेम जताने।
कहना है आई लव यू,
कविता के बहाने।।
कवि विशाल श्रीवास्तव फर्रूखाबादी