विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कविता – एकता गुप्ता
1988 में, विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा संकल्प WHA42. 19 पारित किया गया था, 31 मई को हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। तब से, WHO ने हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस का समर्थन किया है, हर साल एक अलग तंबाकू से संबंधित विषय को जोड़ा है।

क्यूं बने हैं अनजान -एकता गुप्ता
छोड़ो सभी तम्बाकू
ये तो ले लेगी जान
सब जानकर फिर
क्यूं बने है अनजान ??
तम्बाकू हानिकारक है
यह सब जन जानते
तम्बाकू का सब जन
सेवन करते क्यूं नहीं मानते
तम्बाकू एक नशीला पदार्थ
इसका बुरा है परिणाम
छोड़ो सभी तम्बाकू
ये तो ले लेगी जान
सब जन जानकर
क्यूं बने हैं अनजान ।
गुटके संग खाते तम्बाकू
स्मोकिंग भी करते धासूं
दूध दही घी को भी छोड़े
ना खाते फल मेवा काजू
युवा पीढ़ी का तो क्या कहना
युवाओं का स्मोकिंग पर अधिक रुझान
छोड़ो सभी तम्बाकू
ये तो ले लेगी जान
सब जन जानकर
क्यूं बने हैं अनजान ।
करके तम्बाकू सेवन
फेफड़ों में
इंफेक्शन बढ़ा रहे
लीवर कैंसर, मुहं कैंसर इरेक्टाइल संग
डिप्रेशन भी बढ़ा रहे
शरीर को दिन पर दिन
पहुंचाते नुकसान
छोड़ो सभी तम्बाकू
ये तो ले लेगी जान
सब जन जान कर
क्यूं बने हैं अनजान ।
आज मनाएंगे
तम्बाकू निषेध दिवस
लोगों को जागरूक कर
तम्बाकू छोड़ने को करे विवश
खत्म कर ‘तम्बाकू रूपी
बुराई ‘को
मिटायेंगे लोगों के
जीवन का तमस्
तंबाकू निषेध दिवस
मना कर सफल करे अभियान
‘एकता’ इतना कहना चाहे
छोड़ तम्बाकू सुधार लो
अपना भविष्य और वर्तमान ।।
–एकता गुप्ता
उन्नाव उत्तर प्रदेश
बहुत ही सुंदर रचना।🙏
तंबाकू हानिकारक है यह तो ले लेगी जान,
शोभनीय कृति,बहुत सुंदर
Yuvaon ka smoking pr adhik rujhan……
Absolutely right…
Nice poem
लोगों को जागरुक कर तंबाकू छोड़ने को करें विवश,
खत्म कर तंबाकू रूपी बुराई को मिटायेंगे लोगों के जीवन का तमस,
उम्दा लेखन, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति👏👏
Tambaku le legi Jan
True line
Kitna bhi nuksaan kre lekin khane walo ko khn smjh m aata h
Nice
True lines 👌
Too good… true’ lines
Wonderful poem, Thanks for sharing…
Amazing poem