महिलाओं का जागृत होना जरूरी है
पंडित जवाहर लाल जी कह गए,
लोगों को जगाने के लिए,
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
घर परिवार की जिम्मेदारी हंस कर उठा लेती है
किसी से कुछ ना कहती अपने दुख सारे सह लेती है.
जानती है वह अच्छे से खुद को मजबूत बनाना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
पिता के घर की बिटिया रानी भाई बहनों की मां बन जाती है.
ससुरजी के घर की लक्ष्मी होती पत्नी स्वरूप में पति की जां बन जाती है.
जानती है वह अपना कर्तव्य निभाना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
श्रृष्टि की रचना भी एक महिला आदि भवानी मां ने की है.
महिलाओं को मां के रूप में देवी मां की उपमा दी है.
इस संसार में महिलाओं का होना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
एक बार जो नारी कदम उठाती है.
अपने परिवार गांव को आगे बढ़ाती है.
उसका शिक्षित भी होना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना भी जरूरी है.
दहेज प्रथा अशिक्षा असमानता का सामना करती है.
यौन हिंसा भ्रूण हत्या का भी दुःख वह सहती है.
इन सब पर अब रोक भी लगाना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
घरेलू हिंसा वैश्यावृत्ति मानव तस्करी भी सहती है.
लैंगिक भेदभाव राष्ट्र में इनको पीछे धकेलती है.
महिलाओं को अब सशक्त बनाना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
महिला पुरुष के बीच असमानता से जन्म समस्याओं का होता है.
इन समस्याओं के कारण राष्ट्र का विकास बाधित होता है.
महिलाओं को पुरुषों के बराबर होने का अधिकार होना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
भारतीय समाज में अब महिलाओं में सशक्तिकरण लाना होगा.
महिलाओं के खिलाफ बुरी प्रथाओं के मुख्य कारणों को समझना होगा.
महिलाओं के विरुद्ध अपनी बुरी सोच को बदलना जरूरी है.
महिलाओं का जागृत होना जरूरी है.
रीता प्रधान
रायगढ़ छत्तीसगढ़
Very nice mam…