कविता
- बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान
- विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर एक कविता
- होली में धूम मचायेंगे /डॉ रामबली मिश्र
- आत्म निर्भर भारत/हरि प्रकाश गुप्ता, सरल
- विश्व कविता दिवस/मंजूषा दुग्गल
- कवि और कविता/सुशी सक्सेना
- विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र
- पर्यावरण दिवस पर कविता /मंजूषा दुग्गल
- पर्यावरण की रक्षा/कामरान
- दौलत पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र
Browsing Category
अन्य काव्य शैली
किसे पता है कल क्या होगा – बाबूराम सिंह
किसे पता है कल क्या होगानिज स्वार्थ में बल क्या होगा?कभी किसीका भल क्या होगा?वर्तमान का सदुपयोग कर-…
गोकुल में कृष्ण जन्मोत्सव – बाबूराम सिंह
गोकुल में कृष्ण जन्मोत्सव जन्म उत्सव मोहन का, देखन देव महान।भेष बदल यादव बनें …
नये तराने – माधुरी मुस्कान ग़ज़ल
कविता संग्रहनये तराने - माधुरी मुस्कान ग़ज़लकरीब आओ न दूर जाओ मुझे गले से सनम लगा लो।न जी सकेंगे न मर…
तुम ही तुम हो – माधुरी डड़सेना मुदिता
कविता संग्रहतुम ही तुम होभावना में बसे हो कामना में तुम्हीं हो ।जिंदगी बन गये हो साधना में तुम्हीं हो…
हाकलि/मानव छंद [सम मात्रिक] कैसे लिखें
हाकलि/मानव छंद विधान - इसके प्रत्येक चरण में 14 मात्रा होती हैं , तीन चौकल के बाद एक द्विकल होता है (4+4+4+2) l…
मापनीमुक्त मात्रिक छंद विशेषताएं
मापनीमुक्त मात्रिक छंद विशेषताएं :(क) इन छंदों की लय को किसी मापनी में बाँधना संभव नहीं है l इन छंदों की लय को…
चौपई या जयकरी छंद कैसे लिखें
चौपई या जयकरी छंद विधान – इसके प्रयेक चरण में 15 मात्रा होती हैं, अंत में 21 या गाल अनिवार्य होता है, कुल चार चरण…
चौपाई छंद [सम मात्रिक] कैसे लिखें
चौपाई छंद विधान – इसके प्रत्येक चरण में 16 मात्रा होती हैं , अंत में 21 या गाल वर्जित होता है , कुल चार चरण होते…
श्रृंगार छंद [सम मात्रिक]कैसे लिखें
श्रृंगार छंद (उपजाति सहित) विधान – इसके प्रत्येक चरण में 16 मात्रा होती हैं, आदि में क्रमागत त्रिकल-द्विकल (3+2)…
पदपादाकुलक/राधेश्यामी/मत्तसवैया छंद [सम मात्रिक]
पदपादाकुलक/राधेश्यामी/मत्तसवैया छंद विधान – पदपादाकुलक छंद के एक चरण में 16 मात्रा होती हैं , आदि में द्विकल (2…