Join Our Community

Send Your Poems

Whatsapp Business 9340373299

खरबूज बाल कविता

0 157

खरबूज बाल कविता

CLICK & SUPPORT

हरे रंग खरबूज के,होते हैं ये गोल
काले-काले बीज भी,लगते हैं अनमोल।।

करते हैं ये फायदे,पानी भी भरपूर।
खाते सब खरबूज को,पूँजीपति मजदूर।।

मीठे फल खरबूज के,उपज नदी मैदान।
लाल-लाल होते गुदे,खाने में आसान।।

नदियों के तट पर लगे,जहाँ बिछी हों रेत।
खेती हों खरबूज की,रेत बने सुंदर खेत।।

खाते जब खरबूज को,मिलता बढ़िया स्वाद।
भर जाता है पेट भी,करते हैं फल याद।।


राजकिशोर धिरही
तिलई,जाँजगीर छत्तीसगढ़

Leave A Reply

Your email address will not be published.