विश्वकप क्रिकेट खेल का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा हर चार साल में किया जाता है, जिसमें प्रारंभिक योग्यता के दौर में फ़ाइनल टूर्नामेंट तक होता है। यह टूर्नामेंट दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेल आयोजनों में से एक है और इसे आईसीसी द्वारा “अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर का प्रमुख कार्यक्रम” माना जाता है।

विश्वकप क्रिकेट पर कविता
लहरा-दो ,लहरा-दो ,
दुनिया में तिरंगा लहरा-दो ।
ट्वेंटी-ट्वेंटी के विश्वकप को,
अबकी बार तो घर ला दो ।
लहरा-दो ,लहरा-दो…….
ऑस्ट्रेलिया की मैच पिचों पर,
विश्वयुद्ध घमासान लड़ो ।
सेमी और फाइनल को जीतकर,
विजय अभियान में आगे बढ़ो ।
खेल-क्रिकेट में दिखाके कौशल,
लोहा अपना मनवा दो ।
लहरा-दो ,लहरा-दो ……
‘रोहित’ की सेना दुनिया में ,
सब टीमों से है बेहतर ।
चहल , ऋषभ ,अश्विन या हार्दिक,
हो हुड्डा,श्रेयस, अक्षर ।
फिल्डिंग में सब के सहयोग से ,
फाइनल जीत वो दिलवा दो।
लहरा-दो ,लहरा-दो……..
अर्शदीप ,शमी ,भुवनेश्वर ,
कुशल बॉलिंग के है सरताज।
राहुल , रोहित ,विराट , सूर्या ,
बल्ले को जिन पर है नाज।
बॉल-बल्ले की वो होशियारी ,
कार्तिक कीपिंग में दिखला दो ।
लहरा-दो ,लहरा-दो ……..
डेढ़ अरब आशाएं कहीं फिर,
हार से धुंधली, न हो पाए।
भारत का विश्वास है तुम पर,
जन-जन की शुभकामनाएं।
हंड्रेड प्रतिशत ‘अजस्र’ प्रयास से,
विश्वकप अब तुम ला दो ।
लहरा-दो ,लहरा-दो ,
दुनिया में तिरंगा लहरा-दो ।
ट्वेंटी-ट्वेंटी के विश्वकप को,
अबकी बार तो घर ला दो ।
लहरा-दो ,लहरा-दो…….
लहरा-दो ,लहरा-दो …….
✍️✍️ *डी कुमार--अजस्र(दुर्गेश मेघवाल ,बून्दी(राज.)*
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