पर्यावरण बचाओ पर कविता

वृक्ष लगाने की है जरूरत,
पर्यावरण बचाने को ,
एक भी लकड़ी नहीं मिलेगी,
मानव तुझे जलाने को ।
जो लोग कर रहे हैं ,
वनों का विनाश ,
क्या उन्हें पता नहीं ,
इसी में है उनकी सांस ,
गांव शहर सब लगे हुए हैं ,
अपना घर सजाने को ,
एक भी लकड़ी नहीं मिलेगी,
मानव तुझे जलाने को ।
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हर कोई कर रहे हैं ,
प्रदूषण का राग अलाप ,
पर कोई नहीं बदलता ,
अपना सब क्रियाकलाप ,
मिलकर समझाना होगा ,
अब तो सारे जमाने को ,
एक भी लकड़ी नहीं मिलेगी,
मानव तुझे जलाने को ।
पर्यावरण बचाने की ,
हम सब की है जिम्मेदारी ,
संभल जाओ लोगों ,
नहीं तो पछताओगे भारी ,
एक अभियान चलाना होगा,
जन-जन को समझाने को ,
एक भी लकड़ी नहीं मिलेगी,
मानव तुझे जलाने को ।
वृक्ष ना काटो वृक्ष लगाओ ,
विश्व में हरियाली लाओ ,
सालों साल लग जाते हैं ,
एक पेड़ उगाने को ,
एक भी लकड़ी नहीं मिलेगी,
मानव तुझे जलाने को ।
श्रीमती शशि कला कठोलिया, उच्च वर्ग शिक्षिका,
अमलीडीह, पोस्ट-रूदगांव ,डोंगरगांव,
जिला- राजनांदगांव (छत्तीसगढ़)
पिन 491661
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