कविता बहार द्वारा प्रकाशित ई-पुस्तकें

शाकाहार बुक कवर पेज (Books published by Kavita Bahar)

शाकाहार विशेषांक पर आपने रुचि दिखाई। जो इस बात को सिद्ध करती है कि आपमें जीवों के प्रति संवेदना, प्रकृति के प्रति जागरूकता और शाकाहार की गरिमा से परिचित हैं या होना चाहते हैं।

कविता बहार की ओर से यह पहला प्रयास है। संभव है कि बहुत कुछ कमियां देखने को मिले । इसके लिए क्षमा प्रार्थी रहेंगे ।

ग्लोबल वार्मिंग की समस्या चरम सीमा पर है। हमारे लिए भोजन हमारी जरूरत है लेकिन आज स्वाद लेने की प्रबल लिप्सा प्राकृतिक असंतुलन पैदा कर रही है। कार्बन उत्सर्जन के प्रमुख कारण में मांस उद्योग है अतः विकल्प के तौर पर शाकाहार की गरिमा को उजागर करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए ।

Sabke Ram Book Cover

कहने को पूरा भारतवर्ष राममय हो गया है । रामकथा को पुनः उजागर किया जा रहा है; झांकियां निकाली जा रही है पर मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाने वाले श्रीराम के संघर्षपूर्ण जीवन को अपनाने में हम अब भी पीछे हैं . वर्तमान समाज में स्वार्थपरता और भोग विलासता के काले बादल छाये हुए हैं . ऐसे में उनकी आदर्श जीवन से सहारा लेना सनातन मांग है.
आज समाज इतना क्रूर हो चला है कि अधिकांश के आँखों की पानी गायब हो चुकी है जबकि मेरे राम के ह्रदय में सामान्य जीवों के लिए भी अथाह प्रेम दिखाई पड़ता है .

सभी साहित्यकार ने अपने अपने राम के प्रति असीम श्रद्धा को प्रकट किये हैं . यहाँ सबके राम में एक ही राम दर्शन है . आशा है रचनाओं को पढ़ने के बाद आपको भी उस राम दर्शन होंगे जो विशेष हैं .

jalati dharati book cover

आज ग्लोबल वार्मिंग की समस्या चरम सीमा पर है; ऊपर से मानव की बढती जनसंख्या और उनकी भोगवादी दृष्टिकोण ने पृथ्वी की जलवायु को बढ़ा दिया है। यदि समय रहते मनुष्य अपनी हरकतों पर विराम नहीं दिया तो मानव की अस्मिता खतरे में पड़ जाएगी। कार्बन उत्सर्जन के कई प्रमुख कारण है जिस पर रोक लगाना हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमने भी इसी दिशा में जागरुकता लाने का प्रयास किया है जो आपमें नवचेतना का संचार करेगी।

आज ग्लोबल वार्मिंग की समस्या चरम सीमा पर है; ऊपर से मानव की बढती जनसंख्या और उनकी भोगवादी दृष्टिकोण ने पृथ्वी की जलवायु को बढ़ा दिया है। यदि समय रहते मनुष्य अपनी हरकतों पर विराम नहीं दिया तो मानव की अस्मिता खतरे में पड़ जाएगी। कार्बन उत्सर्जन के कई प्रमुख कारण है जिस पर रोक लगाना हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमने भी इसी दिशा में जागरुकता लाने का प्रयास किया है जो आपमें नवचेतना का संचार करेगी।

दिवस आधारित कविता