यह विभिन्न श्रेणियों के अर्न्तगत हिंदी, अंग्रेजी तथा अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओँ एवं ब्रेल लिपि में पुस्तकें प्रकाशित करता है। यह हर दूसरे वर्ष नई दिल्ली में ‘विश्व पुस्तक मेले’ का आयोजन करता है, जो एशिया और अफ्रीका का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है। यह प्रतिवर्ष 14 से 20 नवम्बर तक ‘राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह’ भी मनाता है।

pustake-pustakaly-jankari-bhandar

पुस्तक पर दोहे-डॉ एन के सेठी

पुस्तक होती है सदा, सबसे अच्छा मित्र।
ज्ञान हमे देती यही, प्रस्तुत करती चित्र।।१।।

पुस्तक पढ़कर के मनुज ,बनता है विद्वान।
जीवन के हर दुख का,मिलता उसे निदान।।२।।

पुस्तक पढ़ने से हमे, मिलते हैं संस्कार।
सरस्वती की हो कृपा, होवे शुद्ध विचार।।३।।

माता पुस्तकधारिणी, करती कृपा अपार।
करता उसकीभक्ति जो,मिट जायअंधियार।।४।।

पुस्तक पढ़करभी मनुज,करता दुर्व्यवहार।
ज्ञान अधूरा पाय के, रखता है कुविचार।।5।।

©डॉ एन के सेठी

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *