वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है – मधुमिता घोष

वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है,
उसमें न कोई जीत,न कोई हार होता है,
न होता है भाव अहम का,
न होता है शब्द रहम का,
बस एक -दूजे की खुशी में सारा संसार होता है।
वो प्यार…………………….
न बीते दिनों की सच्चाई जुदा करती है,
न अकेले में तन्हाई जुदा करती है,
बस आँखों में प्यार का महल होता है,
दिल में प्यार का सम्बल होता है, अपने प्यार की खुशी में ही संसार होता है।
वो प्यार…………………………..
न बारिश में वो भीगता है,
न पतझड़ में वो सूखता है,
हर मौसम में जिस पर,
यौवन का खुमार होता है,
अपने प्यार की एक मुस्कुराहट के लिए जो न्यौछावर बार-बार होता है।
वो प्यार………………………..
आँखों का समंदर जब,
उसकी यादों में फूटता है,
दिल न जाने इस दरमियाँ,
कितनी बार टूटता है,
फिर भी मन में उम्मीदों का आसार होता है।
वो प्यार……………….….
मधुमिता घोष