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राष्ट्रीय एकता : भारत दुनिया में सिरमौर हो

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राष्ट्रीय एकता

आज फिर फिजाओं में गूंजेगा आजादी का तराना ,
आज फिर हर कोईबन जाएगा देश भक्त दीवाना आज फिर बिक जायेंगे
बहुत सारे झंडे तिरंगे
और लोग कहलाएंगे देशभक्तचेहरे पर स्टीकर चिपका कर
और देह को टैटू से रंग के ।
आज फिर एक बार
सेना इस ठंड में राजपथपर दमखम दिखलाएगी 
और हम देखेंगे टीवी पर
गणतंत्र दिवस का उत्सव
अपनी रजाईयों में दुबके
और फिर कल फेंक झंडे को
हम आगे बढ़ जाएंगे ।
फिर बन जाएंगे हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ,दलित सवर्ण
ना इंडियन रह जाएंगे
कल फिर से खेलेंगे
खेल नफरत का
टुकड़ों में बंट जाएंगे ।
फिर से करेंगे कृत्य
देश को शर्मिंदा करने वाले
कहीं पर्यटकों से बदसलूकी
कहीं दिखाएंगे कानून को ठेंगा गणतंत्र की धज्जियां उड़ाएंगे
फिर क्यों हो यह हंगामा ?
क्यों यह शोर हो ?
अगर सच में करो ,
गणतंत्र का सम्मान
भारत दुनियां में सिरमौर हो ।।

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 Written by- Dr. Vandana SinghSMOUP PMSLucknow

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