हम सब एक परिवार हैं
राष्ट्र निर्माण के लिए , भारतीय पुत तैयार हैं ।
एकता के साथ खड़े हैं , हम सब एक परिवार हैं ।।
ना मेरा – ना तेरा , भारत हमारा है ।
वसुदेव कुटुंबकम से , परिवार विश्व सारा है ।।
भारत माता के गले में , सुंदर एक माला है ।
हिंदू , मुस्लिम , सिख , इसाई , चुन-चुन कर पुष्प डाला है ।।
एक धागे में पिरो कर , सबको एक करना है ।
चाहे कितना भी संकट आए , फिर क्यों उनसे डरना है ।।
अमीर गरीब का भेद हटे , ना कोई अत्याचार हो ।
ऐसा कुछ प्रबंध करें , पूरा भारत परिवार ।।
#गुलाब ठाकुर#
महासमुंद छत्तीसगढ
Leave a Reply