श्री कृष्ण स्तुति
ब्रज जन हितकारी,
गिरिवर धारी,
यशुमति मोद प्रदाता।
कालिय मद मर्दन,
सब दुख भंजन,
जन रंजन सुख दाता।
दानव संहारे,
ब्रज रखवारे
माधव मदन मुरारी।
कल वेणु बजावे,
गोपि बुलावे,
रास रसिक मनहारी
पुष्पा शर्मा “कुसुम”
ब्रज जन हितकारी,
गिरिवर धारी,
यशुमति मोद प्रदाता।
कालिय मद मर्दन,
सब दुख भंजन,
जन रंजन सुख दाता।
दानव संहारे,
ब्रज रखवारे
माधव मदन मुरारी।
कल वेणु बजावे,
गोपि बुलावे,
रास रसिक मनहारी
पुष्पा शर्मा “कुसुम”
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