प्रेम रंग होली हिंदी कविता- आरती सिंह

होली केवल रंगों का ही त्यौहार नहीं अपितु प्रेम और भक्ति का भी पर्व है जो मानवता का सन्देश देता है |

मनोज्ञा छंद “होली” – बासुदेव अग्रवाल

मनोज्ञा छंद “होली” रचयिता बासुदेव अग्रवाल।

होली चालीसा – बाबू लाल शर्मा

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होली चालीसा :-चालीसा हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा के लिए गायी जाने वाली प्रार्थना होती है। ये प्रार्थनाएँ विशेष रूप से उन देवी-देवताओं को समर्पित की जाती हैं जिन्हें मान्यता है कि उनकी शक्ति और कृपा से भक्तों की समस्त मांग पूरी होती है। चालीसा के पाठ के माध्यम से भक्त अपने मनोकामनाओं … Read more

फागुन माह पर दोहा -मदन सिंह शेखावत

फागुन माह पर दोहा -मदन सिंह शेखावत फागुन मास सुहावना, उड़ती रंग गुलाल।खेले अपनी मौज मे,कुछ भी नही मलाल।।1 फागुन आयो हे सखी, पिया बसे परदेश।कुछ भी अच्छा ना लगे,आये नही स्वदेश।।2 फागुन के हुडदंग मे, बाजे डोल मृदंग।नाचे सब मद मस्त हो,मिल गई बहु उमंग।।3 होली के त्यौहार मे , झूमे सब इटलाय।करते सभी … Read more