छत्तीसगढ़ी रचना टेचराही….(व्यंग) दिन आगे कइसा कविता बहार Oct 12, 2022 0 टेचराही….(व्यंग) दिन आगे कइसागोरर-गोरर केजिनगी सहीचलत हे नेट,महिना पुटभरे परथेभरे झन पेट।दु दिन आघुमटकत…
हिंदी कविता मजदूर की दशा पर हास्य व्यंग्य – मोहम्मद अलीम कविता बहार May 1, 2022 0 अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस या मई दिन मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें…