सामाजिक विषमता पर कविता- पद्म मुख पंडा
सामाजिक विषमता पर कविता- बही बयार कुछ ऐसीकविता संग्रहजूझ रहे जीने के खातिर,पल पल की आहट सुनकर,घोर यंत्रणा…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०#पद्ममुख पंडा के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .