भ्रूणहत्या-कुण्डलिया छंद
भ्रूणहत्या-कुण्डलिया छंदसाधे बेटी मौन को, करती एक गुहार।जीवन को क्यों छीनते ,मेरे सरजनहार।मेरे…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० पुष्पा शर्मा कुसुम के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .