दिल की बात जुबाँ पे अक्सर हम लाने से डरते हैं
दिल की बात जुबाँ पे अक्सर हम लाने से डरते हैंदिल की बात जुबाँ पे अक्सर हम लाने से डरते हैंकहने को तो हम कह…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0 राजेश पाण्डेय अब्र के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .