(आओ सभी 31 मई तंबाकू विरोध दिवस के अवसर पर तंबाकू रहित जीवन अपनायें और परिवार की खुशियां लौटायें)
तम्बाकू रहित जीवन
(रचयिता :- मनी भाई भौंरादादर )
•••••••••••••••••••••••••••••••
क्या ये वही मानव है?
जो वन्यप्राणी से बेहतर है।
जिसे ज्ञात है अपनी,
सही आहार-विहार ?
जो जानता है अपना
नफा या नुकसान ।
मेधस तंत्र सुविकसित है
के बावजूद,
है जो व्यसन के आदी।
वही करेगा नित प्रतिदिन,
समय-धन की बर्बादी ।।
गुटखा सिगरेट और बीड़ी ।
यह सब हैं मौत के सीढ़ी ।
तंबाकू में है नशा जहर ,
जिसका सेहत पर बुरा असर।
फेफड़ा, हृदय को घात करे
और पैदा करे दमा, कैंसर।
यह जान के भी,
जो बनता है अनजान ।
उसे समझ लेना,
आज का बिगड़ा इंसान।
हो जाओ सावधान !
ये लत नहीं समझदारी ।
क्यों तुला है तबाह करने?
तेरी बची जिन्दगी सारी।
जानवर भी,
तंबाकू को मुंह न लगाए।
मानव इसे चबाकर
देखो,झूठी शान दिखाये।
ओ देश के प्रहरी !
तंबाकू रहित जीवन
सेहत के लिए वरदान ।
आओ विरोध करें,
तंबाकू सेवन का
मिलजुल बनाएं देश महान।
••••••••••••••••••••••••••••••••••
मनीभाई ‘नवरत्न’, छत्तीसगढ़