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उम्मीद के दिये पर कविता-मनोज बाथरे

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उम्मीद के दिये पर कविता

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अपनेपन में
खोये हुए
हम खोजते हैं
उम्मीद के दिये
जो हमें
आशारूपी
उजाले
के साथ हमें
एक नई रोशनी
दे सकें
अपने सुखद
जीवन के लिए

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