विश्व बाल दिवस पर कविता
विश्व बाल दिवस पर कविता

दोहा:-
बाल दिवस पर विश्व में,
हों जलसे भरपूर!
बच्चों का अधिकार है,
बचपन क्यों हो दूर!!१
कवि , ऐसा साहित्य रच,
बचपन हो साकार!
हर बालक को मिल सके,
मूलभूत अधिकार!!२
बाल श्रमिक,भिक्षुक बने,
बँधुआ सम मजदूर!
उनके हक की बात हो,
जो बालक मजबूर!! ३
बाबूलाल शर्मा