कविता
- विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर एक कविता
- होली में धूम मचायेंगे /डॉ रामबली मिश्र
- आत्म निर्भर भारत/हरि प्रकाश गुप्ता, सरल
- विश्व कविता दिवस/मंजूषा दुग्गल
- विश्व कविता दिवस/सुशी सक्सेना
- विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र
- पर्यावरण दिवस मना रहे/मंजूषा दुग्गल
- दुषित है पूरा संसार/कामरान
- दौलत/डॉ0 रामबली मिश्र
- नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
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विविध छंदबद्ध काव्य
छंद में प्रयुक्त अक्षरों की संख्या एवं क्रम, मात्रा-गणना होती है. इसके अलावा, यति-गति से सम्बद्ध विशिष्ट नियमों से नियोजित पद्य रचना ‘’छन्द’’ कहलाती है। छंद शब्द के मूल में गति का भाव है।
The number and order of the letters used in the verse is a quantity-calculation. In addition, the verse formulation employed by specific rules related to the Yeti-motion is called “Chhand”. At the root of the word stanza is the sense of motion.
आया है मधुमास- कुण्डलियाँ
आया है मधुमास*भँवरे गुंजन कर रहे, आया है मधुमास।**उपवन की शोभा बनें, टेसू और पलाश।**टेसू और पलाश, संग में चंपा…
भावासक्ति
भावासक्तिजब तुमसे श्याम भजन होगा ।तब यह काया प्रिय धन होगा ।।रुप धन को गर्व हित सँभाला ।मन …
मधुमासी चौपाइयाँ
मधुमासी चौपाइयाँशरद शिशिर ऋतु कब के बीते, हाथ प्रकृति के रहे न रीते।दिनकर चले मकर के आगे, ठंडक सूर्य ताप से…
नमन दोहा पंचक
नमन दोहा पंचकमन में जो तू ठान ले ,कुछ भी करले मीत ।हौसला गिराना नहीं , होगी निश्चित जीत…
उठो सपूत
उठो सपूतल ला - ल ला - ल ला - ल ला - ल ला - ल ला - ल ला - ल लाउठो सपूत राष्ट्र के, जगा रही…
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदनामाँ सरस्वती शारदेबुद्धि प्रदायिनी ज्ञानदायिनीपद्मासना श्वेत वस्त्रा माँअज्ञानता हर ज्ञान दे माँ…
स्वीकारो प्रणाम माँ नर्मदे
स्वीकारो प्रणाम माँ नर्मदेप्रणाम है अहो प्रणाम , जयति माँ नर्मदे ।पतित पावनी …
राष्ट्रवाद पर कविता
राष्ट्रवाद पर कविताबाँध पाया कौन अब तक सिंधु के उद्गार को।अब न बैरी सह सकेगा सैन्य शक्ति प्रहार को।1तोड़ डालें…