ख्याल पर कविता

ख्याल पर कविता

पहली रोटी
गाय को दी
अंतिम रोटी कुत्ते को
किड़नाल को
सतनजा भी डाल आया
मछलियों को
आटा भी खिलाया
श्राद्ध में कौवों को भी
भौज कराया
नाग पंचमी पर
नाग को भी
दूध पिलाया
भुखमरी के शिकार
वंचितों का
ख्याल न आया
निवाले के
अभाव में जिन्होंने
जीवन गंवाया

विनोद सिल्ला©

दिवस आधारित कविता