लाली लाली चुड़ी माँ के-प्रिया देवांगन “प्रियू”

दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवीशक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी जाना जाता हैं।शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, परम भगवती परब्रह्म बताया गया है।

लाली लाली चुड़ी माँ के

लाली लाली चूड़ी माँ के , लाली बिंदी लगाये हे।
बघवा मा हे बइठे दाई , मोर दुवारी आये हे।।

लाली लाली सिंदूर माँ के , लाली महुर रचाये हे ।
सबला अशीष दे के माता , मने मन  मुस्काये हे ।।

लाली लाली होंठ हवय माँ  , लाली मेंहदी लगाये हे ।
दया मया सब बर करथे माँ , नव दिन बर वो आये हे ।।

लाली लाली लुगरा माँ के , लाली चुनर चढ़ाये हे।।
हाथ जोड़ के भक्त सबोझन  , माथा अपन नवाये हे।।

रचना 

प्रिया देवांगन “प्रियू”

पंडरिया  (कवर्धा) 

छत्तीसगढ़

कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद

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