7 अप्रैल स्वास्थ्य दिवस पर कविता

उन आदतों को

o आचार्य मायाराम ‘पतंग’

बिस्तरों को छोड़ दो, सुबह की नींद तोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य नष्ट हो, उन आदतों को छोड़ दो ।

सूर्य के उदय से पूर्व, सैर करने जाइए।

शौच से निपट के, दाँत साफ करके आइए ॥

इससे पहले चाय-नाश्ते की बात छोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य….

सैर ही नहीं सवेरे नित्य कसरत करो।

योग आसनों से रोग नित शरीर के हरो।

जल से नहाओ, ड्राइबाथ लेना छोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य…

पूरी, पराठे व बिस्कुटों को भूल जाइए।

दूध, दही, छाछ, चने अंकुरित भी खाइए। ।

तेज मिर्च, मसालों के माल खाना छोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य…

खाओ तीन बार किंतु नाक तक भरो नहीं।

स्वाद से चखो परंतु स्वाद पर मरो नहीं।

नाक-भौं सिकोड़ने की आदतों को छोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य…

बिस्तरों को छोड़ दो, सुबह की नींद तोड़ दो।

जिनसे स्वास्थ्य नष्ट हो, उन आदतों को छोड़ दो ॥

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