अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस (International Olympic Day) प्रत्येक वर्ष 23 जून को आयोजित किया जाता है। यह दिन मुख्य रूप से आधुनिक ओलंपिक खेलों के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिन खेल से जुड़े स्वास्थ्य और सद्भाव के पहलू को मनाने के लिए भी मनाया जाता है। यह दिन अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की नींव का प्रतीक है।
कविता की शुरुआत में ओलंपिक दिवस को खेलों का पर्व और महान उत्सव बताया गया है। इसे हर किसी के लिए महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक माना गया है।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर कविता
खेलों का पर्व, उत्सव महान,
ओलंपिक दिवस, सबके प्राण।
सपनों की राह, संग हो इंसान,
जीवन में भर दे, उमंगों का गान।
सद्भावना की मूरत, एकता की डोर,
संघर्ष की मिसाल, वीरता का शोर।
सपनों के पंख, लगाकर उड़ान,
जीत की हसरत, मंजिल आसान।
हर देश, हर रंग, हर जाति के लोग,
साथ में जुड़ते, बनते एक योग।
मैदान में दिखती, मेहनत की चमक,
हर खेल में बसी, विजय की दमक।
पसीने की बूंदें, संघर्ष का रंग,
जीवन की तस्वीर, मेहनत का संग।
जीत या हार, बस खेल का नाम,
खिलाड़ियों का मन, सदा रहे थाम।
ओलंपिक दिवस, संदेश ये लाए,
हर दिल में उत्साह, नया जोश जगाए।
खेलों से जुड़े, स्वस्थ जीवन को पाएं,
आओ मिलकर, इस पर्व को मनाएं।
सपनों को साकार, बनाएं नया इतिहास,
हर दिल में बसाएं, खेलों का विश्वास।
ओलंपिक की ज्योति, जलती रहे यूं ही,
सदियों से सदियों तक, रहे ये रौशनी।
– ओलंपिक की भावना में बसी, एक कविता