धारा तीन सौ सत्तर पैतींस ए -डाँ. आदेश कुमार पंकज
धारा तीन सौ सत्तर पैतींस ए सत्तर सालों में अब कोई नया उजाला लाया है । छप्पन इंची के सीने ने ही साहस दिखलाया है ।। बच्चों को बंदूकें देकर जहर घोलते फिरते थे । केसर की क्यारी जो जन आग लगाते फिरते थे ।। ऐसे सब गद्दारों को उनके घर में दफनाया है । … Read more