तंबाकू निषेध दिवस पर लेख -शशांक गर्ग
“तम्बाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। भारत में अधिकतर लोग तम्बाकू का सेवन करते है। आयेदिन लोगो को पान की दुकान और सार्वजनिक जगहों पर तम्बाकू , गुटखा जैसे नशीले वस्तुओं का सेवन करते हुए दिख जाएंगे। तम्बाकू से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। आज देश के कई हिस्सों में तम्बाकू सेवन, बिक्री और खरीद पर प्रतिबन्ध लगा रहा है। “
धूम्रपान करने पर इतने प्रतिबन्ध नहीं लगाए जा रहे जितने तम्बाकू के खरीद और बिक्री पर लगाए जा रहे है। धूम्रपान करने वालो पर भी सख्ती सरकार को करनी चाहिए। कैंसर कई बीमारियों में से एक है जो तम्बाकू सेवन से लोगो के जीवन में दस्तक दे सकते हैं। यदि लोग धूम्रपान करते हैं, तो उन्हें संभावित रूप से फेफड़ों का कैंसर हो सकता हैं। लोग चबाने वाले तंबाकू खाते है। कुछ लोग तम्बाकू को निगल लेते है या सूंघते हुए पाए जाते हैं।
तम्बाकू मुंह या घुटकी के कैंसर का कारण बन सकता है। इन जानलेवा बीमारियों के साथ, तंबाकू के सेवन से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), उच्च रक्तचाप और समय से पहले दिल का दौरा पड़ने की संभावनाएं बढ़ जाती है। तम्बाकू और उत्पाद के साथ आने वाले कार्सिनोजेन्स भविष्य में कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
लोग धूम्रपान करते हैं या चबाने वाले तंबाकू का सेवन करते है। इससे मसूड़ों की बीमारी हो सकती है। इसका मतलब है कि आपके मसूड़े और दाँत इन उत्पादों से खराब हो जाते हैं। तम्बाकू में निकोटिन होता है जो स्वास्थ्य के लिए बुरा होता है। तम्बाकू शरीर के जिन भी हिस्सों में जाता है वहां कैंसर हो जाता है जैसे मुंह , होंठ और फेफड़ो का कैंसर। ज़्यादातर सिगरेट में तम्बाकू और निकोटिन जैसे पदार्थ होते है। महिलाएं गर्भावस्था में धूम्रपान या तम्बाकू सेवन अगर करती है तो यह उसके और उसके अजन्मे बच्चे के लिए खतरनाक है। इससे बच्चा कमजोर पैदा होता है और उसका वजन भी कम हो जाता है। ….
धन्यवाद ,
आपका अपना – ( शशांक गर्ग )
Good article bro
Thnxx anurag batra…