प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी
प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी माँ कब से खड़ी पुकार रही पुत्रो निज कर में शस्त्र गहोसेनापति की आवाज हुई तैयार रहो, तैयार रहोआओ तुम भी दो आज विदा अब क्या अड़चन अब क्या देरी?लो आज बज उठी रणभेरी॥ पैंतीस कोटि लड़के-बच्चेजिसके बल पर ललकार रहेवह पराधीन बन निज गृह मेंपरदेशी … Read more