by कविता बहार | Mar 3, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
हम कुछ करके दिखलाएँगे है शौक यही, अरमान यही, हम कुछ करके दिखलाएँगे।मरने वाली दुनिया में हम, अमरों में नाम लिखाएँगे। जो लोग गरीब भिखारी हैं, जिन पर न किसी की छाया है।हम उनको गले लगायेंगे, हम उनको सुखी बनायेंगे। जो लोग अँधेरे घर में हैं, अपनी ही नहीं नज़र में हैं,हम... by कविता बहार | Mar 3, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
न यह समझो कि हिन्दुस्तान की तलवार सोई है न यह समझो कि हिन्दुस्तान की तलवार सोई है। जिसे सुनकर दहलती थी कभी छाती सिकंदर की,जिसे सुनकर कि कर से छूटती थी तेग बाबर की,जिसे सुन शत्रु की फौजें बिखरती थीं, सिहरती थीं,विसर्जन की शरण ले डूबती नावें उभरती थीं।हुई नीली कि जिसकी... by कविता बहार | Mar 3, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
खून दिया है मगर नहीं दी कभी देश की माटी है युगों-युगों से यही हमारी बनी हुई परिपाटी है,खून दिया है, मगर नहीं दी कभी देश की माटी है। इस धरती पर जन्म लिया है, यही पुनीता माता है,एक प्राण, दो देह सरीखा, इससे अपना नाता है।यह धरती है पार्वती माँ, यही राष्ट्र शिव शंकर... by कविता बहार | Mar 3, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
दुश्मन के लोहू की प्यासी भारत की तलवार है कविता संग्रह अरे! तुम्हारे दरवाजे पर दुश्मन की ललकार हैभारत की रणमत्त जवानी, चल क्या सोच विचार है।राणा के वंशजो, शिवा के पूतो, माँ के लाड़लो।समर-भूमि में बढ़ो, शत्रु को रोको और पछाड़ लो,तुम्हें कसम है अपनी मां के पावन गाढ़े... by कविता बहार | Mar 3, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
खड़ा हिमालय बता रहा है कविता संग्रह खड़ा हिमालय बता रहा है, डरो न आँधी पानी में।खड़े रहो अपने ही पथ पर, कठिनाई – तूफानों में।डिगो न अपने पथ से तो फिर, सब कुछ पा सकते प्यारे।तुम भी ऊँचे हो सकते हो, छू सकते नभ के तारे।अचल रहा जो अपने पथ पर, लाख मुसीबत आने में।मिली... by कविता बहार | Feb 26, 2021 | लोकप्रिय हिंदी कविता
हम अर्चना करेंगे कविता संग्रह हे जन्म-भूमि भारत, हे कर्मभूमि भारत,हे वन्दनीय भारत, अभिनन्दनीय भारत,जीवन सुमन चढ़ाकर, आराधना करेंगे,तेरी जनम-जनम भर, हम वन्दना करेंगे। हम अर्चना करेंगे…. महिमा महान् तू है, गौरव निधान तू है,तू प्राण है, हमारी जननी समान तू है,तेरे...