हाइकु त्रयी

हाइकु त्रयी

हाइकु
hindi haiku || हिंदी हाइकु

[१]
कोहरा घना
जंगल है दुबका
दूर क्षितिज!

[२]
कोहरा ढांपे
न दिखे कुछ पार
ओझल ताल

[३]
हाथ रगड़
कुछ गर्माहट हो
कांपता हाड़

निमाई प्रधान’क्षितिज’*

दिवस आधारित कविता