हम हलचल कर देंगे

हम हलचल कर देंगे

        (प्रॉज शैली में)

            तर्क,
      कुछ निकलेंगे..
कुछ अंधविश्वास टूटेंगे।
  ज्ञान ग्रहण जो सार,
    हम तुम खोजते,
       ग्रहण जो,
         करेंगे।

            हर,
       पक्ष विपक्ष,
     हर पहलु का,
  कोई न कोई सार,
  निकलता है प्यारे,
   अनुसंधान जो,
         करेंगे।

          भावी,
        भूत वर्त,
      सब कुछ है,
विज्ञान के पहिये में,
     बस संग जो,
     चक्रण हम,
        बढ़ेंगे।

         आओं,
     घणी विरासत,
देखें हमारी वैज्ञानिकी,
हमने किया अविष्कृत और,
    नुतन कल सखी,
     मिलकर हम,
        लिखेंगे।

     *_पुखराज*
       महासमुन्द

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दिवस आधारित कविता