खीर पर कविता

खीर पर कविता

मम्मी मम्मी खीर बना दो
चम्मच चम्मच खाएँगे

एक कटोरी मुझको देना
एक कटोरी मुन्नी को
थोड़ी सी उसको भी देना
खाला की उस चुन्नी को

गरम गरम जो निकले पूड़ी
पल में चट कर जाएँगे
मम्मी मम्मी खीर बना दो
चम्मच चम्मच खाएँगे

पतला चावल बढ़िया रहता
टेस्टी खीर बनाने में
पिस्ता,चिरौंजी साथ उसमें
मजा उड़ा लो खाने में

केसर पत्ती थोड़ी सी घी
खुशबू खूब बढाएँगे
मम्मी मम्मी खीर बना दो
चम्मच चम्मच खाएँगे

लौंग इलायची रहे उसमे
काजू किसमिस भी डालो
तुलसी पत्ती रहे बादाम
चीनी जितनी तुम भा लो

मन बहुत बहुत ही ललचाए
कैसे सम्हल पाएँगे
मम्मी मम्मी खीर बना दो
चम्मच चम्मच खाएँगे

राजकिशोर धिरही

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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