मां पर बाल कविता

मां पर बाल कविता

mother their kids
बाल कविता

अम्माँ करती कितना काम।
चाहे सुबह हो चाहे शाम ॥
कुछ न कुछ करती ही रहती।
सारे घर का बोझा सहती ॥
नहीं उसे मिलता आराम।
अम्माँ करती कितना काम ॥
हम भी थाड़ा काम करेंगे।
अम्मा जी की मदद करेंगे।
तब होंगे सब काम तमाम
मिलेगा अम्माँ को आराम ॥

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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