शाकाहार / पवन दाळू

Vegetable Vegan Fruit

शाकाहार

लेना हमेशा शाकाहार
ना करना मांसाहार
पास न आये आजार
यही हे बस उपहार

शुद्ध पकवान से
मन भी स्वच्छ रहे
क्रोध न ज्यादा आये
जो शाकाहार करें

क्या खाये कब खाये
यह न कोई समजाये
करें जो आदरतिथ्य
तुम शाकाहार हि पथ्य

कसम खाकर कुछ ऐसी
आज से करुँगी शाकाहार
किसीकी बात न मानूंगी
हात न लगाउ मांसाहार

पवन दाळू, खामगाव, महाराष्ट्र

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।