शाकाहारी न करता कभी दुर्व्यवहार/आशा झा

शाकाहारी न करता कभी दुर्व्यवहार/आशा झा

शाकाहार सिद्ध होता सर्वोत्तम आहार।
बना देता सद विचार आचार व्यवहार।

शाकाहारी अपना लोक परलोक सुधार लेता ।
शाकाहारी अपना पेट शमशान न बनने देता ।
शाकाहारी जीव हत्या का दोष अपने सर न लेता ।
शाकाहारी अपना शरीर बीमारी का घर न बनने देता ।

शाकाहारी न करता कभी अत्याचार ।
शाकाहारी न करता कभी व्यभिचार ।
शाकाहारी कम में गुजारा कर लेता
शाकाहारी जीवन की नाव खुद खेता

शाकाहारी न करता कभी भ्रष्टाचार।
शाकाहारी सुविचारों का पोषक बनता
शाकाहारी कुविचारों का शोषक बनता ।
शाकाहारी न करता कभी दुर्व्यवहार ।

आशा झा, दुर्ग छत्तीसगढ़

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।