हिंदी संग्रह कविता-आशीषों का आँचल भरकर प्यारे बच्चो लाई हूँ।

कविता संग्रह

आशीषों का आँचल भरकर प्यारे बच्चो लाई हूँ। आशीषों का आँचल भरकर, प्यारे बच्चो लाई हूँ।युग जननी मैं भारत माता, द्वार तुम्हारे आई हूँ। तुम ही मेरे भावी रक्षक, तुम ही मेरी आशा हो।तुम ही मेरे भाग्यविधाता, तुम ही प्राण पिपासा हो। मर्यादा का, त्याग-शील का, पाठ मिला रघुराई से।कर्म, भक्ति का पाठ मिला है, … Read more

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