सुरों की मल्लिका लता जी – जगदीश कौर
सुरों की मल्लिका लता जी- जगदीश कौर कविता संग्रह कहाँ गई वो सुरों की मल्लिकाकहाँ गई वो मधुर सी कोकिलाजिसके सुरों के जादू से सारा हिंदूस्तां था फूलों सा खिला।छेड़ती…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०जगदीश कौर प्रयागराज के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
सुरों की मल्लिका लता जी- जगदीश कौर कविता संग्रह कहाँ गई वो सुरों की मल्लिकाकहाँ गई वो मधुर सी कोकिलाजिसके सुरों के जादू से सारा हिंदूस्तां था फूलों सा खिला।छेड़ती…
गांधी जी के विचार - जगदीश कौर प्रयागराज mahatma ghandh गांधी तेरे विचारों की फिर जरूरत है ।सत्य, अंहिसा, रामराज्य की हसरत है।मानव को मानव का दर्जा मिल जाए ।मंहगाई…